चलो फिर से जीते हैं आज



चलो फिर से जीते हैं आज 

चलो  फिर से जीते हैं आज 
सुबह की किरणों को एक बार फिर से पर्दों के आगे आने देते हैं  आज 
एक बार फिर से माँ से जिद्द करते हैं आज 
एक बार फिर से पड़ोसी से दुआ -सलाम करते हुए चलते हैं आज 
चलो   फिर से जीते हैं  आज  


चलो फिर से जीते हैं आज 
आँसुओं को आज़ाद करते हैं आज 
फिर से बादलों को देखतें हैं आज 
एक बार फिर से किसी की हंसी बनते हैं आज 
चलो फिर से जीते हैं आज 

चलो फिर से जीते हैं आज 
चलो फिर से जीते हैं आज 

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